रोहिग्या मुसलमानों पर सख्त हो भारत सरकार

पूरे देश में इस समय एक ही बात की चर्चा है कि रोहिग्या मुसलमानों को शरण न दे भारत , पूरा विश्व भी यही चाहता है लेकिन भारत के राजनेता नही चाहते खासतौर से विपक्ष इस बात को किसी तरह से मानने के लिये तैयार नही है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी को अपना पक्ष रखते हुए स्पष्ट कर देना चाहिये कि इस तरह के असामाजिक तत्वों की भारत में जरूरत नही है। म्यामार ऐसे नही भगा रहा है। वहां के बौद्धों के साथ जो इन्होंने किया वह किसी से छिपा नही हैं । अगर विपक्ष इतना ही हितैशी है तो मुस्लिम देशों से अपील क्यों नही करता कि वह इन्हें क्यों नही रख लेते वह इनके भाई है भारत ही क्यों रखे।शायद यह इसलिये ऐसा नही करना चाहते कि इसे भी वह इस्लामिक देशों का हिस्सा बनाना चाहते है।

रोहिग्या मुसलमानों की बात करे तो यह वैसे तो पूरी तरह से मंगोल है और मोहम्मद गोरी की तर्ज पर काम करते है। इन्हे जिन देशों ने शरण दी ,उन्हें इन्होने तबाह किया और वहां की संस्कृति को  बदला । यह शरणार्थी बनकर जरूर आये लेकिन बाद में यहां का इस्लामिक करण करने लगे । विश्व में जहां जहां यह गये वहां इन्होने कुच्रक रचा और संस्कृति को नष्ट किया। यह बात सभी जानते है लेकिन दूसरे देश को शरण देने की बात करते है लेकिन अपने यहां खुद भी इनको रखना नही चाहते।पाकिस्तान नही रखना चाहता , बाग्लादेश नही रखना चाहता, चीन नही रखना चाहता ,अरब नही रखना चाहता तो भारत ही क्यो रखे। सभी की निगाह भारत पर ही क्यों है । इसलिये की वह तरक्की कर रहा है और आगे बढ़ रहा है यह बात उनसे पच नही रही हैं।

इस पूरे मामले में खास बात यह है कि एक बार ऑस्ट्रेलिया ने इन्हे शरण देने की भूल की थी और उस समय कई मामले ऐसे आये जिसमें इन्होने ऑस्ट्रेलियन युवती को चारो तरफ घेर लिया और बारी बारी से बलात्कार किया , जब पकडे गये तो बताया कि इस्लाम के अलावा कोई पंथ नही इसके लिये उन्हें बलात्कार करने की इजाजत इस्लाम देता है। उसके बाद शरणाथियों के तौर पर आये पुरूषों को ऑस्ट्रेलिया ने लेने से मना कर दिया और घोषणा की कि केवल महिलाओं व बच्चियों को ही वह शरण देगें ।बाकी किसीको नही , यूएन में भी यह मामला उठा था।हद तो यह है कि इनके यहां की महिलायें भी अन्य मतावलम्बियांे के पुरूषों को फसाने का काम करती है और इस्लामिक करण को बढाने में लगी है। इनकी सोच को बदलना इतना आसान नही है।यह अपने साथ पुरूषों को भी रखती है और जहां उन्हें उनके कृकत्यों की वजह से शरण नही मिलती वहां यह भी शरण नही लेती ।

इन मुसलमानो की एक बात और काबिलेगौर है वह यह कि इस्लाम को बढाने के मामले में यह कुरान को भी नही मानते।दुआ ताबीज का काम करने वाले लोग तंत्र मंत्र ,मारपीट व अन्य सभी हथकंडो को भरपूर उपयोग करते है और आपको फसाने के लिये किसी भी हद तक जा सकते है।पिछले कुछ सालों में जो इनकी तस्वीर आयी है उनमें गायों का शिकार करने व उन्हें सरेआम काटकर खाने , अन्य मतावलम्बियों के बच्चों के शरीर को खाने ,छोटे छोटे टुकडे करने व उनको गायब करने, के लिये विख्यात रहा है।यह लडकियों को नही मारते सिर्फ लडको को शिकार बनाते है ताकि उनके बच्चे उस घर की लडकी से शादी कर जमीन जायदाद हथियाकर अपना स्वार्थ सिद्ध कर सके।

भारत सरकार को चाहिये जो लोग इस तरह के लोगों की पैरवी कर रहें है उनके खिलाफ एक विशेष तरह का कानून बनाये जो टाडा जैसा सख्त हो। क्योंकि इनके अपने बच्चे विदेश में रहते है और दूसरे के बच्चो के लिये इनकी सोच रोहिग्या मुसलमानों जैसा है। मीडिया में जो लोग इनकी पैरवी कर रहें है उनपर भी इसी तरह के कानून को लगाया जाय और सख्ती से निपटा जाना चाहिये। यह देश पहले हिन्दूओं का है और उसकी सुरक्षा के लिये सरकार बनी है दूसरे देश के नागरिक की सुरक्षा के लिये नही यह बात उसे समझ लेना चाहिये। पहले ही पूरा नेपाल भारत पर आश्रित है,बाग्लादेशी भी है और पाकिस्तानी भी अवैध रूप् से रह रहें है। इतना हनन हिन्दू अब नही सहने वाले , रोहिग्या पर चर्चा भी नही होनी चाहिये और देश की सीमा से दूर रखना चाहिये।

One thought on “रोहिग्या मुसलमानों पर सख्त हो भारत सरकार

  1. Why people of world always_______ sympathy towards Muslim as they do not fit for good mankind’s ______ history shows first they acquire sympathy then bombard with population last they will say current system doesn’t not look there right properly they want sharia law ( which fit) …. Last of last they look divide the current map of that Country _____ I think maynmar people doing right by throwing out …. Atleast they are setting example….. How to say there culture and traditions peacefully……

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