भाजपा के लिए मुस्लिम वोट बैंक नहीं बल्कि देश के मानव संसाधन

muslim vote bankजबसे देश स्वतन्त्र हुआ तबसे सत्तासीन पार्टियों ने राजनीति मात्र को ही अपना सर्वस्व समझकर देशहित को दूसरी वरीयता में रखा। यह तो नहीं कहा जा सकता कि देश में विकास की प्रक्रिया जारी नहीं रही किन्तु उसमें सदैव प्रतिबद्धता का अभाव रहा। प्रतिबद्धता के इस अभाव की व्यापकता अब इसलिए अधिक स्पष्ट दिखाई दे रही है क्योंकि वर्तमान भाजपा सरकार के दो वर्षों के कार्यकाल का पैमाना और अन्तर्राष्ट्रीय उपलब्धियों की तुला सबके सम्मुख है। गणित के सूत्रों के आधार पर भी यदि गणना की जाए तो अब तक भारत विश्व के विकसित देशों की पंक्ति में खड़ा दिखाई देता। राजनीति और सत्ता के मद में पूर्ववर्ती सरकारें केवल अपने वर्चस्व की चिन्ता में लगी रहीं। यही कारण है कि देश के मुसलमानों को उन्होंने मात्र अपना वोट बैंक माना और भाजपा के विरुद्ध अनावश्यक भय और भ्रम फैलाकर अपना अभीप्सित स्वार्थ सिद्ध किया। देश के मुसलमानों को समाज में बराबरी का स्थान न देकर उन्हें अशिक्षा और विपन्नता की सौगात देते रहे। कभी उन्हें राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़ने का अवसर नहीं दिया। अब देश के प्रबुद्ध मुसलमान जागरूक हो रहे हैं और उन्हें यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि वास्तव में यदि उनका जीवन-स्तर सुधारने और देश में सम्मानित स्थान दिलाने में कोई पार्टी सहायक और प्रतिबद्ध है तो वह मात्र भाजपा ही है। भाजपा की विकासपरक सोच और नीति के माध्यम से न केवल मुसलमानों बल्कि देश के अन्य अल्पसंख्यकों को भी देश के रचनात्मक कार्यों में सहभागिता का अवसर मिलेगा और उन्हें निर्धनता, भुखमरी, बेरोजगारी और अशिक्षा से मुक्ति मिलेगी। यह सरकार देश के समस्त नागरिकों को प्रत्येक क्षेत्र में समान अवसर देने के लिए कृतसंकल्प है।
हाल ही प्रधानमन्त्री की इस्लामिक देशों की यात्रा के दौरान भारत के पक्ष में जो वैश्विक माहौल निर्मित हुआ है और इन देशों ने भारत की निष्ठा और वक्तृता पर जो भरोसा व्यक्त किया है वह सम्पूर्ण विश्व के लिए एक सन्देश है। भारत यदि ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की बात करता है तो अपने देश के मानवीय संसाधनों की उपेक्षा कैसे कर सकता है? भाजपा सरकार देश के 125 करोड़ नागरिकों की चिन्ता करने वाली सरकार है जिसमें कहीं भी धर्म, सम्प्रदाय, जाति, लिंग और आस्था के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है।
आज देश के विभिन्न राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों का वर्चस्व बना हुआ है। इन क्षेत्रीय पार्टियों का लक्ष्य भी मात्र मुस्लिम समाज को वोट बैंक की भाँति ही उपयोग करना है और उन्हीं के वोट से सत्ता में बने रहने की प्रवृत्ति है। मुसलमानों के विकास से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। अब यह परम्परा आगे नहीं चलने वाली है। वर्तमान सरकार के शासन में भारत के मुसलमान विश्व के किसी भी अन्य देश की अपेक्षा अधिक सुरक्षित और स्वतन्त्र रहेंगे। आज विपक्ष जिस प्रकार देश के प्रति अपराध करने वालों को प्रश्रय दे रहा है उससे हो सकता है कि उन्हें कुछ सीमा तक तात्कालिक लाभ मिल जाये किन्तु भविष्य में इससे उनका अस्तित्व तो समाप्त होगा ही देश का अस्तित्व भी खतरे में पड़ सकता है। अतः आज यदि भारत को विश्व का सिरमौर बनाने की दिशा में भाजपा सरकार द्रुतगति से आगे बढ़ रही है तो समस्त मानवता के हित में देशवासियों को प्रत्येक प्रकार के भेदभाव भुलाकर इसका समर्थन करना ही चाहिए। आज विश्व की महाशक्तियाँ भारत की प्रगति को सम्मुख नतमस्तक हैं। सम्पूर्ण विश्व में भारत के पक्ष में एक लहर चल रही है। अनेक इस्लामिक देश भारत के वैश्विक मानवतावादी कदम की प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं। यद्यपि हमारे कुछ पड़ोसी देश भारत में अस्थिरता पैदा करने का निरन्तर प्रयास कर रहे हैं किन्तु विश्व जनमत के समक्ष उन्हें निकट भविष्य में लज्जित होना पड़ेगा। उन्हें ज्ञात नहीं कि आतंकवाद के जिस अस्त्र को वे भारत के विरुद्ध उपयोग में ला रहे हैं एक दिन वही अस्त्र उनका ही संहार करेगा।
अन्त में मैं देश के उन सभी मुसलमानों का भाजपा के साथ जुड़ने का आह्वान करता हूँ जो देश में एक वास्तविक पंथ निरपेक्ष राज्य का समर्थन करते हैं और देश को प्रगति पथ पर अग्रसर करने में सहयोग देना चाहते हैं।

Leave a Reply