भारत नए युग की ओर

एक वक्त था जब आधारभूत संचार सेवाओं के लिए जरूरी तकनीक फिटिंग सिस्टम मॉडल राउटर और फोन सेट के लिए भारत को दूसरे देशों का मोहताज रहना पड़ता था हालांकि अब ऐसी स्थिति नहीं है। भारत संचार क्षेत्र की सबसे अत्याधुनिक 5G तकनीक का एक ग्लोबल हब बनने की ओर अग्रसर है। दिसंबर 2023 तक भारत की तकरीर 7 करोड़ आबादी को 5G सेवा देने के लिए जिस तेजी से देश की दूरसंचार कंपनियां जुटी है  ।उस पर दुनिया भर की नजर है सिर्फ छोटे देश ही नहीं बल्कि अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश भी भारत में 5G तकनीक आधारित संचार सेवाओं की शुरुआत और इसके विस्तार पर पैनी नजर बनाए रखे हैं। रोज दक्षिण अफ्रीका मालदीव बांग्लादेश समेत कई दूसरे देशों ने कूटनीतिक संपर्क साध कर भारत सेवा में सहयोग मांगा है।

भारत के 5G तकनीक में ग्लोबल हब बनने की संभावना के पीछे सबसे बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि इसका विस्तार तेजी से होगा स्टैंडर्ड एंड पुअर की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के 67 देशों में अभी तक 5G तकनीक शुरू हुई है लेकिन भारत दिसंबर 2023 तक सबसे बड़ा 5G बाजार बनने की क्षमता रखता है। रिलायंस जिओ के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने इंडिया मोबाइल कांग्रेश में हिस्सा लेते हुए संकेत दिया था कि जिस तरह से उनकी कंपनी अभी पूरी दुनिया में सबसे सस्ती दर पर 4जी सेवाएं दे रही है उसी तरह 5G सेवा भी भारत में सबसे सस्ती दर पर दी जाएगी भारत में दूरसंचार उपकरण बनाने वाली स्वीडिश कंपनी एरेक्शन ने कहा है कि भारत में 5G इंस्पेक्टर की शुरुआत कई दूसरे देशों में 5 सेवाओं की शुरुआत को बढ़ावा देगा।

 एरिकसन भारत स्थित फैक्चरिंग प्लांट का और ज्यादा विस्तार करने जा रही है ताकि वह भारत के साथ ही दूसरे देशों की मांग को पूरी कर सके। भारत में 5G के विस्तार पर दक्षिण अमेरिकी दक्षिण पूर्वी एशियाई और मध्य पूर्व एशियाई देशों की भी नजर है भारत जितना बड़ा बाजार देता है वैसा दुनिया में और कहीं उपलब्ध नहीं है ।5जी की शुरुआत भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग में भी एक बड़ी भूमिका निभाने का मौका देगा और इससे जुड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए यहां का अनुभव दूसरे देशों के काम आएगा। जिससे भारत को ही नहीं बल्कि विश्व को लाभ होगा और सभी इसके लिए प्रयासरत हैं।

5G आने से वर्चुअल रियलिटी आग में टेंट रियालिटी जैसी आधुनिक चीजें हकीकत बनती नजर आ रही हैं इसका शिक्षा स्वास्थ्य कृषि और आपदा प्रबंधन आदि क्षेत्रों में इस्तेमाल हो सकेगा पारंपरिक इन लर्निंग प्लेटफॉर्म का नया विकल्प तैयार किया जा सकता है छात्र रियल टाइम में पढ़ाई से जुड़ेंगे अगर वह तारामंडल के बारे में जानना चाहते हैं तो सिमुलेशन के जरिए अपने बारे में जान पाएंगे। प्रोफेशनल डीवीआर कोर्स सेज के जरिए सॉफ्ट स्किल की ट्रेनिंग ले सकेंगे वहीं टेलीमेडिसिन व टैलीहेल्प के क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव आएगा जियो और एंबुलेंस के पार्टनरशिप में एक स्मार्ट हेल्थ केयर सिस्टम तैयार किया गया है जिसमें एंबुलेंस में मरीज की रियल टाइम नहीं रानी के लिए 5G सपोर्टेड डिवाइस जोड़ी जाएगी जो एक अनोखी उपलब्धि होगी।

एयरटेल एलएंडटी और सीडैक द्वारा संयुक्त रुप से एग्रो डब्ल्यू स्मार्ट डिवेलप किया गया है इससे खेती में कंट्रोलर और सेंसर के जरिए फसलों की देखभाल की जा सकेगी सेंसर फसल व मिट्टी से संबंधित डाटा को 5G पावर्ड क्लाउड पर भेजेगा स्मार्टफोन ऐप पर किसानों से संबंधित जानकारी मिलेगी फार्मिंग चेंबर द्वारा वातावरण के तापमान को नियंत्रित रखने और जलवायु परिवर्तन को चुनौती यू से बचाने में भी यह तकनीक मददगार होगी।

रिमोट टैली ऑपरेशन रोबोट का इस्तेमाल किया जा सकता है।इस तरह के रोबोट का इस्तेमाल न्यूक्लियर वेस्ट हैंडलिंग बायोमेडिकल और केमिकल हजार्ड्स ट्यून में किया जा सकेगा टाटा का सेक्सी सर्विसेज रिसर्च द्वारा तैयार रीमोटली ऑपरेशन रोबोट को दुनिया में कहीं भी कंट्रोल किया जा सकता है वर्चुअल रियालिटी हैंडसेट के जरिए रोबोट की कार्यप्रणाली को 3डी में देखा जा सकता है ऑपरेटर से रोबोट पर कमाल पहुंचने में मात्र 20 सेकंड लगते हैं।

क्लाउड गेमिंग के लिए अल्ट्रा लोन लेटेंसी नेटवर्क की जरूरत होती है एयरटेल जियो और बी आई द्वारा क्लाउड गेमिंग की सुविधा दी जा रही है फास्ट स्पीड इंटरनेट और लो लेटेंसी से आप 5G नेटवर्क पर क्लाइंबिंग का आनंद उठा सकेंगे। गेम को डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होगी गेमिंग सर्विस गेमर्स को लाइव स्ट्रीमिंग लिंक के जरिए जोड़ने का मौका देती है पावरफुल सर्वर पर cloud-in गोइंग सर्विस द्वारा गेम को पोस्ट और रंग करने के लिए वर्चुअल मशीन का इस्तेमाल किया जाता है सरवर यूजर्स का कंट्रोल इनपुट प्राप्त कर तत्काल परिणाम प्रदान करता है 5G यूजर एक्सपीरियंस बेहतर होगा क्योंकि लेटेंसी लगभग 5 मिली सेकंड होती है जो खेल प्रेमियों के लिए एक अनोखी उपलब्धि होगी।

इसके अलावा कैटल हेल्थ मॉनिटरिंग डिवाइस का भी प्रयोग होने लगेगा जिओ द्वारा कत्ल हेल्थ मॉनिटरिंग डिवाइस बनाई गई है यह डिवाइस गाय की एक्टिविटी को ना पति है और किसी तरह असामान्य गतिविधि होने पर डाटा क्लाउड सर्वर पर भेजती है उसी के हिसाब से एडवाइजरी जारी हो जाती है मोबाइल ऐप के जरिए किसानों को स्थानीय भाषा में जानकारी मिलती है अगर गाय को स्वास्थ संबंधी समस्या है तो डिवाइस पहले ही पशुपालक को आगाह कर देगी यह हिट का एकन भी करती है जिओ द्वारा विकसित की गई डिवाइस की कीमत 1500से ढाई हजार के बीच रखी गई है इससे बड़े स्तर पर पशुपालन को मैनेज करना आसान होगा।

फिलहाल देश फ्लाइट जी के युग में प्रवेश कर रहा है जहां असीमित कनेक्टिविटी के साथ असीमित संभावनाएं भी होगी। उच्च डाटा दर निर्बाध कवरेज न्यूनतम विलंब अता और अत्यधिक विमीय सचार प्रणाली देश के आर्थिक लक्ष्यों को हासिल करने में मददगार साबित होगी ।तकनीकों के जरिए जिन नए उत्पादों और सेवाओं का सृजन होगा उससे बड़े पैमाने पर लोगों के जीवन में बदलाव आएगा।

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