पूरे देश में विकास की नई रूपरेखा और उसके लगातार हो रहे क्रियान्वयन के बाद से विपक्षी दल घबरा चुके हैं। कांग्रेस ने इस देश पर 55 वर्षों से अधिक तक शासन किया। देश में बेरोज़गारी और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर थी। विश्व में इस किरकिरी को लेकर पूरा राष्ट्र अपनी छवि पर चिंतित था। लेकिन एनडीए की सरकार आने के बाद से बेरोज़गारी को लेकर, महिला सशक्तिकरण को लेकर, सफाई व्यवस्था को लेकर, किसानों की स्थिति सुदृढ़ीकरण से लेकर तमाम मुद्दे पर जितने कार्य हुए हैं, उससे पूरा विपक्ष परेशान है। याद कीजिए, किस तरह पूरे देश ने यूपीए सरकार के दौरान भ्रष्टाचार का लगातार दंश झेला। लेकिन एनडीए की सरकार में भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगी। इस लगाम के बाद कल जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त थे, आज वही देशवासियों को नीति का पाठ पढ़ाकर गुमराह करने की कोशिश में लगे हैं। मौजूदा केंद्र सरकार के विकास की चर्चाएं चहुंओर हैं, इससे विपक्षी दल परेशान हो रहे हैं। वे इन विकास की चर्चाओं को रोकना चाहते हैं, इसके लिए कभी ‘भारत माता की जय’ न बोलने के वाकये को तूल दे दिया जाता है, तो कभी असहिष्णुता जैसे मुद्दों को उठाकर ध्यान भटकाने की हरसंभव कोशिश। लेकिन मैं उन दलों से बस यही कहना चाहता हूं कि ‘सत्यमेव जयते’।