एक दिन में कांग्रेस को दो झटके…

हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव के लिए बड़ा ऐलान किया है। उसने कहा कि दिल्ली (विधानसभा) चुनाव अकेले लड़ेंगे। एक तरफ ओवर कॉन्फिडेंट कांग्रेस है तो दूसरी तरफ अहंकारी भाजपा है।हमने पिछले 10 सालों में दिल्ली में जो किया है, उसके आधार पर हम चुनाव लड़ेंगे। बता दे  कि हरियाणा चुनाव से पहले भी यह कयास लगाए जाते रहे कि राज्य में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन अंत में दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा।

उधर, हरियाणा के नतीजे आने के अगले ही दिन समाजवादी पार्टी ने भी उपचुनाव को लेकर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है।समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की।इस लिस्ट में 6 उम्मीदवारों के नाम हैं। ये घोषणा इसलिए कांग्रेस के लिए झटका है क्योंकि कांग्रेस और सपा में सीट समझौते को लेकर बातचीत चल रही थी। 

शिवसेना ने सामना में लिखा कि हरियाणा की हार से महाराष्ट्र कांग्रेस को भी सीख लेने की जरूरत है. शिवसेना ने कहा कि कांग्रेस ने हरियाणा में आप या अन्य दलों से गठबंधन नहीं किया, जिसके चलते उसे हार का सामना करना पड़ा। जबकि जम्मू-कश्मीर में गठबंधन का फायदा दिखा। शिवसेना ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस को पता है कि जीत को हार में कैसे बदलना है।

फिलहाल राहुल गांधी के जलेबी वाले बयान से कांग्रेस काफी दुखी है।कई राज्यों में राहुल गांधी के बयान का ग़लत सन्देश गया है।कई राज्यों मे कांग्रेस जीता हुआ चुनाव हारी है।आगे ऐसी कोई गलती नहीं होगी इस बात पर पार्टी आश्वस्त होना चाहती है।कुछ् रणनीति बनाने का संदेश पार्टी हाईकमान के भेजा गया है। जिस पर कांग्रेस के अंदर मंथन चल रहा है।

Leave a Reply