बुरे फंसे केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि जेल की सलाखें और फांसी का फंदा भगत सिंह के बुलंद इरादों को डिगा नहीं पाए यह आजादी की दूसरी लड़ाई है मनोज सिसोदिया और  सतेंद्र जैन आज के भगत सिंह है। 75 साल बाद देश को ऐसा शिक्षा मंत्री मिला जिसने अच्छी शिक्षा देकर गरीबों में उम्मीद जगाई और ऐसा स्वास्थ्य मंत्री मिला है जिसमें स्वास्थ्य व्यवस्था को मोहल्ला क्लीनिक तक पहुंचाया।

आबकारी नीति में फेरबदल करने और भ्रष्टाचार फैलाने के मामले में अब दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया गिरफ्तार हो चुके सीबीआई उनक रिमांड पर पूछताछ करेगी। राजधानी में आबकारी नीति बनाने प, उसे लागू करने में अरविंद केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप है जिसमें मनीष सिसोदिया को आरोपित किया गया है।

 इस संबंध में पहले भी कई जगह ठिकानों पर छापेमारी की गई है और जांच को आगे बढ़ाते हुए अब इसे अंजाम तक लाने की तैयारी है इस सिलसिले में आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ओनली मछला उदल के पूर्व को गिरफ्तार किया जा चुका है जांच एजेंसी ने हैदराबाद से अभिषेक बल्लीवाला को भी गिरफ्तार किया है जो घोटाले में नामित और उनके बिजनेस पार्टनर इसके मालिक समेत कई आरोपों और अन्य लोगों से पूछताछ कर चुकी है।

पूछताछ के दौरान ही यह स्पष्ट हो गया था कि मनीष सिसोदिया के गिरफ्तारी होगी. कुछ आरोपितों की गिरफ्तारी व अन्य लोगों से पूछताछ के बाद घोटाले की तस्वीर काफी हद तक साफ हो गई थी अब तक की पूछताछ के दौरान सामने आए तथ्यों को देखते हुए सिसोदिया को पूछताछ के लिए लिया जाना स्वाभाविक था.  जाहिर है कि उनसे पूछताछ के दौरान अन्य आरोपों व गवाहों के बयानों को सामने रखा जाएगा और उन बयानों पर मुख्यमंत्री से जवाब भी मांगा जाएगा।

आम आदमी पार्टी पर इसके अलावा भी कई और आरोप लगने की संभावना है पंजाब के मुख्यमंत्री भगवान मान का दिल्ली पर डेरा जमाना इस बात का प्रतीक है कि पंजाब में भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. खालिस्तानी यों की संख्या पंजाब में बढ़ रही है जिससे वहां पर लाइन आर्डर कंट्रोल के बाहर हो गया है.  खुद मुख्यमंत्री अपने प्रदेश से भागे भागे फिर रहे.  अगली बारी किसकी होगी यह पता नहीं है लेकिन भ्रष्टाचार के समुंदर में जिस तरह से आम आदमी पार्टी गोते लगा रही है उससे यह स्पष्ट होने लगा है कि आने वाले समय में पंजाब में भी राष्ट्रपति शासन लग सकता है वहां के हालात बद से बदतर है।

फिलहाल मार्च महीने में दिल्ली का बजट आने वाला है और दिल्ली के वित्त मंत्री इस समय जेल में है सरकार बजट को लेकर के असमंजस में है क्योंकि अगर बजट प्रस्तुत नहीं हुआ तो आने वाला वर्ष आम आदमी पार्टी के लिए ठीक नहीं होगा। इसके लिए उसे नए वित्त मंत्री का चुनाव करना होगा और फिर बजट पेश करना होगा जो केजरीवाल के लिए आसान नहीं होगा ।ऐसा कहा जाता है कि इस प्रक्रिया में आम आदमी पार्टी के अंदर मतभेद बढ़ने की संभावना है जिससे आम आदमी पार्टी का दो भाग भी हो सकता है।

Leave a Reply