गंगा को निखारने की तैयारी

 देश में गंगा का अपना एक अलग महत्व है इसलिए उसको गंगा मां की उपाधि से नवाजा गया है आने वाले समय में मां के सिंगार में केंद्र सरकार ने पहली बार पहल की है और अब सरकार गंगा मां को ऐसा बनाना चाहती है कि लोग उसे देख कर के स्वर्ग से आने वाली गंगा का एहसास करें इसके लिए उसके दोनों तरफ आठ लंका एक्सप्रेसवे तैयार करने की योजना है जिसका पहला चरण आने वाले कुंभ मेला में पूरा हो जाएगा।

सरकार गंगा एक्सप्रेस वे के जरिए गंगा के किनारों को और सुंदर बनाना चाहती है इसलिए एक हाईवे का निर्माण किया जा रहा है।इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश के जिलों को दिल्ली और अन्य आस-पास के राज्यों से जोड़ना है। गंगा एक्सप्रेसवे दिल्ली और मेरठ, प्रयागराज, वाराणसी और कई शहरों के बीच यात्रा के समय में भारी कटौती करेगा।उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे गंगा नदी के समानांतर चलेगा और राज्य के 12 जिलों को जोड़ेगा, उत्तराखंड और दिल्ली जैसे आस-पास के राज्यों के साथ कनेक्टिविटी में भी सुधार करेगा। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंगा एक्सप्रेस-वे 594 किलोमीटर लंबा और 6 लेन चौड़ा होगा, जिसे 8 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा। एक्सप्रेस-वे मेरठ से शुरू होगा और प्रयागराज में खत्म होगा, दोनों के बीच यात्रा के समय में काफी कमी आएगी।इसके अलावा, दिल्ली और प्रयागराज के बीच यात्रा का समय भी सड़क मार्ग से 13 घंटे से घटाकर सिर्फ 8 घंटे हो जाएगा। साथ ही वाराणसी, हरदोई, हापुड़, प्रतापगढ़ और उन्नाव जैसे यूपी के कई शहरों के साथ कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा।

 जहां गंगा एक्सप्रेसवे का पहला चरण मेरठ को प्रयागराज से जोड़ेगा, वहीं परियोजना के दूसरे चरण का उद्देश्य राजमार्ग का वाराणसी और बलिया तक विस्तार करना है, जो आगे चलकर दिल्ली को वाराणसी से जोड़ेगा। यह यात्रा के समय को 14 घंटे से घटाकर सिर्फ 10 घंटे कर दे।गंगा एक्सप्रेस-वे के पहले चरण का निर्माण अप्रैल 2022 में शुरू हुआ और 2023 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।

 इसके अलावा दूसरा चरण, जिसका बलिया और वाराणसी तक विस्तार होगा, वह भी जल्द ही शुरू किया जाएगा। एक बार जब उत्तर प्रदेश गंगा एक्सप्रेस-वे पूरा हो जाएगा, तो उत्तराखंड में हरिद्वार का मार्ग भी दिल्ली और मेरठ में रहने वाले लोगों के लिए आसान हो जाएगा, जिससे यात्रा के समय में काफी कमी आएगी। गंगा एक्सप्रेस-वे प्रयागराज में खत्म होगा, जो कुंभ मेले का गंतव्य है।


गौरतलब होगी यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पहले चरण के तहत आता है। यह केंद्र की मेगा परियोजना है जिसे कुछ दिन पहले लॉन्च किया गया था, जो दिल्ली को राजस्थान से जोड़ती है और दिल्ली-जयपुर यात्रा के समय को कम करती है।

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