इतिहास और धर्म से छेड़छाड़ बंद हो

हमेशा से देखा गया है कि हिन्दू घर्म और उसके इतिहास से छेड़छाड़ होती रही है और यह सबसे ज्यादा फिल्मकारों ने की है। पहले अनाप सनाप बताकर फिल्म केा विवादित बनाते है और बाद में उसे जनता हिट कर देती है। सीरियलों में भी जिन लोगों को महान बनाकर स्थापित करने का प्रयास किया गया वह लुटुरे थे।

आखिर क्यों यह सब हिन्दूओं के साथ ही होता है। पहले मुगले ए आजम बनायी गयी जिसमें अकबर को महान बताया गया और फिर उसके कसीदे पढे गये । अकबर कभी महान नही था और उसके खिलाफ उसके ही बेटे ने आवाज उठायी और बाद में जंग भी लडी। वह महान कैसे हो सकता हैं।सिर्फ बहादुर शाह जफर ही एक मात्र एैसे नेता थे जो कि बिना किसी हरकत के राज किये और उनकी मौत विदेशी जमीन रंगून के एक जेल में हुई। उनकी अंतिम लाइने जो रंगून जेल की दीवारों पर दिखी ,न किसी की आंख का नूर हूं न किसी के दिल का करार हूं उनके पूरे परिवार की गाथा की बयान करती है कि जिस देश पर वह राज करते थे वहां के प्रति उनका नजरिया क्या था।

इसी तरह टीपू सुल्तान का निर्माण संजय खान ने किया ,उसमें महान योद्धा बताया गया । जब मैसूर में विवाद हुए तो पता चला कि टीपू औलिया के आर्शीवाद से उपजे टीपू ने हिन्दूओं को मुसलमान बनाने के लिये सारे जुल्म किये और वाद में अंग्रेजों के हाथों पराजित हुए और मारे गये। इतिहास भी उनके लिये बदल दिया गया और फिल्मकारों ने इस देशद्रोही को सबसे बडा देश भक्त बना दिया। कुछ और उदाहरण है जैसे जोधा अकबर सीरियल बनाया गया , जिसमें सच्चाई कम झूठ ज्यादा था । अकबर हिन्दूओं से बेहद घृणा करता था , यह बात सभी जानते है।लेकिन इस सीरियल में उसे न्याय प्रिय और सच्चा दिखाकर स्थापित करने का प्रयास किया गया।

अब चित्तौड गढ की महरानी पद्मावती के जीवन पर फिल्म बनायी जा रही है और उसमें मसाला फिल्मकार भर रहें है। रानी पद्मावती जौहर के कारण चर्चा में आयी और भारतीय महिला के आदर्श को परिभाषित करती है। इस तरह के किसी क्रिया कलाप पर दंड होना चाहिये । संजय लीला भंसाली केा सजा देकर इतिहास बनाना चाहिये कि देश के लिये मिसाल बने शख्स के लिये कुछ अनर्गल करने से क्या होता है।इसके पहले एक फिल्मकार ने बाजी राव पेशवा बनायी थी और तब भी विवाद हुआ था। बाद में सीन काटकर फिल्म रीलिज की गयी।

सरकार को चाहिये कि वह इतिहास को और धर्म को तोड मरोड कर फिल्म बनाने वाले लोगों के खिलाफ काम करे और उसे दंड दे। इसका एक कारण यह भी है इससे धार्मिक उन्माद बढता है और देश अराजकता का सामना करता है। पीके ,जोद्धा अकबर ,बाजी राव पेशवा आदि फिल्में जो बनी उसे आजीवन प्रतिबंधित करे और आगे आने वाले समय में किसी भी तरह से इस तरह की गतिविधि करने वाले की सारी संपति जब्त करे और उसे दंड दे।

Leave a Reply